कभी भी अमावस, ग्रहण या किसी भी बुरे महूर्त के समय नहीं मिलना चाहिए. मंगल व केतु के केतु दुष्प्रभाव से होने वाले दोष के लिए रक्तदान करें। बिना जोड़ का चांदी का छल्ला पहन लें। एक और अच्छा मंत्र है “ॐ ठः ठः ठः ठः *स्त्री का नाम* वशमा https://baglamukhi56837.spintheblog.com/33683516/5-easy-facts-about-baglamukhi-described